जल,थल, नभ अम्बरतल, सब करें शान्ति पुकार
पर कहो कहाँ है शान्ति, कहाँ खुशी और प्यार ?
सभी शान्ति की बीन बजाते, करे अमन की गुहार
लेकिन कहीं सुनाई ना देती शान्ति गीत झंकार|
सभी शान्ति अहिंसा का, चोगा ओढ़ चलते हैं
अहिंसा का नाम लिए अपनी कायरता ढ़कते हैं|
शान्ति युद्ध का विकल्प नहीं है, शान्ति युद्ध का फल है
जहाँ नहीं हो क्रान्ति सृजन की, वहाँ शान्ति निष्फल है|
शान्ति शान्ति सब रटते फिरते, राग अमन का गाते
नगर कोलाहल मचा हुआ है, झगड़े, दंगों की आवाज़ें
रोज़ किसी घर, गाँव, शहर में मौत आकर हँसती है
कैसी भला ये है शान्ति, जब रोज़ जिंदगी रोती है|
मुझे बताओ यहाँ पर कोई, आखिर शान्ति क्या है?
हिंसा को छुपाते रहना,क्या शान्ति की परिभाषा है?
या अपनी कायरता को छिपा कर, शान्ति का नाम देना?
या कि सच को छुपा यहाँ बस अमन सुरों को गाना?
-रजत द्विवेदी
पर कहो कहाँ है शान्ति, कहाँ खुशी और प्यार ?
सभी शान्ति की बीन बजाते, करे अमन की गुहार
लेकिन कहीं सुनाई ना देती शान्ति गीत झंकार|
सभी शान्ति अहिंसा का, चोगा ओढ़ चलते हैं
अहिंसा का नाम लिए अपनी कायरता ढ़कते हैं|
शान्ति युद्ध का विकल्प नहीं है, शान्ति युद्ध का फल है
जहाँ नहीं हो क्रान्ति सृजन की, वहाँ शान्ति निष्फल है|
शान्ति शान्ति सब रटते फिरते, राग अमन का गाते
नगर कोलाहल मचा हुआ है, झगड़े, दंगों की आवाज़ें
रोज़ किसी घर, गाँव, शहर में मौत आकर हँसती है
कैसी भला ये है शान्ति, जब रोज़ जिंदगी रोती है|
मुझे बताओ यहाँ पर कोई, आखिर शान्ति क्या है?
हिंसा को छुपाते रहना,क्या शान्ति की परिभाषा है?
या अपनी कायरता को छिपा कर, शान्ति का नाम देना?
या कि सच को छुपा यहाँ बस अमन सुरों को गाना?
-रजत द्विवेदी
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